Friday, 2 January 2015

जो भी मेरेकु समझेगा भित्रा, उसको चावेंगा काळा कुत्रा.

व्हाॅट्सअप पर मेसेज टाकनेवाले लोकोंको एक विशेष सुचना.
आजकल कुछ लोग आदरणीय कविजी पर मेसेज टाककर उन्हकी आब्रू घालव रहे है . ये बात मेरेकु जरा भी अच्छी नही लगती. कविजी ये मेसेज चुपचाप देख रहे है इसका मतलब ये नही है कि कविजी भित्रे है. आगेसे कोईभी कविजी पर मेसेज टाकेगा उसको थंडी मे बर्फके पाणीसे आंघोळी घाली जाएगी.
इसी बातपर शेवटका अर्ज किया है,
जो भी  मेरेकु समझेगा भित्रा,
उसको चावेंगा काळा कुत्रा.
      ........ - कविवर्य स्वत 

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